Wednesday, October 16, 2024

अपनी बात

संपादकीय – टाटा का मतलब बाय-बाय नहीं होता

(इस संपादकीय को लिखने के क्रम में सामग्री उपलब्ध करवाने के लिये मित्र सूर्यकांत शर्मा का आभार) सुहेल सेठ बताते हैं कि ब्रिटेन में राजकुमार चार्ल्स ने...

ग़ज़ल एवं गीत

मनोज कुमार मनोज के गीत

1. अब चैन क्यों मिलता नहीं मन है प्रणय की प्यास में। लगता नहीं जियरा कहीं तेरे मिलन की आस में।। साकेत के सौमित्र से, मन उर्मिला...

तेजनारायण शर्मा की ग़ज़लें

तेजनारायण शर्मा हिंदी मंच के लोकप्रिय कवि हैं। न केवल भारत अपितु विदेशों तक इनकी कविता के सुनने वाले फैले हुए हैं। पुरवाई के...

साक्षात्कार

कविता

नरेंद्र कौर छाबड़ा की कविता – लड़की

आज मुद्दतों बाद बचपन की दहलीज बेसाख्ता याद आ गई मां पुकारती अरे लड़की , क्यों तू हरदम खेलती लड़कों वाले खेल कंचे, सितोलिया, कबड्डी, गिल्ली डंडा क्यों तुझे...

व्यंग्य

फ़िल्म समीक्षा

सूर्यकांत शर्मा की कलम से – सिने इतिहास का चमकदार पन्ना : जुबली

हाल ही के TOIFA अवार्ड ओ टीटी वर्ष 2023 ने  प्राइम वीडियो पर  स्ट्रीम हुई जुबली सीरीज को कई श्रेणियों के अवार्ड मिलने के...

कहानी

दीपक शर्मा की कहानी – कुल जोड़

(1) पपा के दफ़्तर पहुँचते-पहुँचते मुझे चार बज जाते हैं| वे अपने ड्राइंगरूम एरिया के कम्प्यूटर पर बैठे हैं| अपनी निजी सेक्रेटरी, रम्भा के साथ| दोनों खिलखिला रहे...

डॉ प्रमिला वर्मा की कहानी – मौसम था आशिक़ाना

सोच तो बहुत दिन से रहा था । एक दिन हिम्मत करके उसने जेल अधीक्षक के पास जाकर कहा - "जनाब ,मुझे मेहरबानी करके...

पद्मा मिश्रा की कहानी – गांव की बेटी

उस दिन पूरे गांव में बड़ी चहलपहल थी..अभी तीन दिन पहले ही शहर से सरकारी कर्मचारी आये और गांव की कच्ची सड़कों व गलियों...

कुसुम पालीवाल की कहानी – आख़िर क्यों ?

आज निशा पांडे का मन बेचैनी की उस कगार पर था जिस जगह पर पहुँच कर इंसान के लिए बस एक ही रास्ता बचता...

नीलिमा शर्मा की कहानी – उत्सव

अक्सर हमारे पाठकों का ऐसा आग्रह रहता है कि पुरवाई के संपादक मंडल सदस्यों की भी रचनाएँ पटल पर प्रकाशित की जाएँ। इस आग्रह...

लघुकथा

शबनम सड़क पर बैठकर जोर-जोर से चिल्ला रही थी। "मर गई...मर गई...कोई बचा लो।" आसपास लोग इकट्ठा हो गए। "आखिर हुआ क्या है? कुछ बताओगी?" "चुप हो जाओ।...

लेख

हलचल

पुस्तक