वंशज हैं वीर शिवाजी राणा महान के
क्या बात है कि जागते नहीं
– डॉ नरेश नाज़
15 सितंबर 2024, सिविल सर्विसेज़ ऑफ़िसर्स इंस्टिट्यूट, नई दिल्ली में प्रहरी मंच के तृतीय वार्षिकोत्सव का भव्य एवं शानदार आयोजन किया गया। जिसमें मकाम ट्रस्ट के संस्थापक डॉ नरेश नाज़, मकाम ट्रस्ट की अध्यक्ष श्रीमती नियति गुप्ता, प्रहरी मंच की वैश्विक अध्यक्ष शालू गुप्ता जी, प्रहरी मंच की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ मेजर प्राची गर्ग, वैश्विक सलाहकार प्रहरी मंच श्री मुकेश गुप्ता जी, ट्रस्टी मकाम अनु भारद्वाज जी की गरिमामयी उपस्थिति रही।
मुख्य अतिथि (रिटायर्ड) मेजर जनरल पीयूष गुप्ता की उपस्थिति और उद्बोधन ने कार्यक्रम की गरिमा में अभिवृद्धि की।
निरन्तर पाँच घँटे बही कविता की रसधारा में राष्ट्र प्रेम के साथ, सामाजिक सरोकार के प्रबल स्वर गूँजे। गीत, ग़ज़ल, दोहे, मुक्तक, घनाक्षरी और छंदमुक्त कविताओं की शानदार प्रस्तुतियों से रह-रह कर अमलतास हॉल गुंजायमान रहा।
पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, कर्नाटक, राजस्थान, उत्तरप्रदेश, हरियाणा और दिल्ली के सभी कवियों का तिरंगा अंगवस्त्र, स्मृति चिह्न और पौधा भेंट कर सम्मान किया गया।
प्रहरी मंच की राजस्थान इकाई से सुशीला शील स्वयंसिद्धा, अध्यक्ष, ज्ञानवती सक्सेना, उपाध्यक्ष
राव शिवराज पाल जी, महासचिव, अरुणा शर्मा, सचिव, ज्योत्स्ना सक्सेना जी और रंजीता जोशी ‘तुलसी‘ ने शानदार प्रस्तुतियाँ दीं।
सुशीला शील स्वयंसिद्धा के प्रहरियों को समर्पित दोहे ने ख़ूब वाहवाही लूटी –
तुम हो तो यह देश है, उन्नत इसका भाल।
प्रहरी तुम यशगान हो, तुम साँसों की ताल।।
महिला काव्य मंच और प्रहरी मंच के संस्थापक डॉ नरेश नाज़ के राष्ट्र जागरण की स्वर लहरियों ने प्रत्येक हॄदय को आलोड़ित और उद्वेलित किया –
कब से जगा रहा है तुम्हें नाज़ हिंदुओ
क्या बात है कि जागते नहीं
कविताओं से स्पंदित ह्रदय, सुस्वादु भोजन और दिलों में राष्ट्र जागरण का ध्येय तथा पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिए कवियों ने अपने-अपने राज्यों के लिए प्रस्थान किया ।