वह (मनु) मेरेपासआईथीअपनेबारेमेंकुछसलाहलेनेकेलिए– कुछव्यक्तिगतसमस्याथीयाफिरऔरोंसेसम्बंधित,येउसकोनहींपताथा।फिरभीकुछतोउत्सुकताथीउसमेंकिऐसाक्योंहोताहै? एककाउंसलरहोनेकेनातेयेमेरेलिएएकविषयथाऔरविचारणीयभी।
अपनी इसदशासेग्रसितहोकर,उनकाव्यवहारतोपरिवर्तितहोताहीहै, साथहीउनकी दिनचर्यायाफिरशौकभीपरिवर्तितहोसकतेहैं।वेअपनीइनक्रियाओंकेद्वाराख़ुद कोअधिकआत्मविश्वासीदिखानेकाप्रयासभीकरतेहैंयाफिरखुदकेअन्दरछिपेहुएभयपरविजयपानेकेलिएऐसासोचनेलगतेहैं।
बहुत अच्छा विषय चुना आपने,ऐसे संदर्भ हम सभी कभी न कभी देखते हैं